सब कुछ उसके हाथ में है, पर गौर करना, सांसें, न धड़कन, न ही आंसू, न हिचकी, कभी काबू में आएं है, न ही ग्रहण, न सैलाब, न गर्मी, न ही बारिश, हां अगर कुछ वश में है, तो वह है, दिमाग। इंसान सोचता है... #इंसानसोचताहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi