मैं कोई shayar नहीं lekin aap ek शब्द to bolo saheb, उसे आकार देकर sakar na kr Diya to मेरा नाम सुदीप Keshriनहीं। क्योंकि... "जिंदगी काटना नहीं जीना चाहता हूं तभी तो लिखना चाहता हूं।" समझी pagli si jindagi... #क्योंकि... "#जिंदगी #काटना नहीं जीना चाहता हूं तभी तो #लिखना चाहता हूं।"