धर्मसंकट ईश्वर कैसी विडम्बना है? ये जुल्म समझ नहीं आता है। मानवता से नीचे गिरता ये समाज मुझे नही भाता है। बेटी होने पर हो जाती नारी नारी की ही दुश्मन। अपनी ही औलाद के लिए भी अब मां का आंचल सूख जाता है। पैसों के लिए अभिनेत्री को पर्दे पर नग्न दिखाया जाता है। और रेप , किसी कोने में कोई मासूम से हो जाता है। भेड़ियों की हवस का जब कोई स्त्री शिकार हो जाती है। स्त्री की लाज बचाने को ही कोई स्त्री वेश्या बन जाती है। कपड़े पहने नंगे, मुझे यहां कई लोग दिखाई पड़ते हैं। बाहर से ऊंचे उजले विनीत भीतर से झुठलाई पड़ते हैं। #धर्मसंकट #negetivity #society #socialevil #socialdistancing #painfull_diary #pain #social All original ©whosmi B Pawar 🌐www.whosmi.wordpress.com "😔😔😔😔😔" Linked to: https://whosmi.wordpress.com/2022/02/20/%e0%a4%a7%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%9f/