AJ सोचते सोचते bht kch सोच गए। इतना कुछ और ऐसा कुछ के दिल भर आया। सबसे पहले तो समाज । समाज हमी बनाते हैं ना। हम आप हमसब मिलकर।तो यहां जो होता है अच्छा या बुरा इसकी ज़िम्मेदारी किसकी है । ofcourse हमारी। हमसब कहने को तो बहुत ज़िम्मेदार बनते हैं। हमसे भाषण दिला लो।किसी को ज्ञान देना हो ।आगे रहते हैं हमसब। पर जब वाकई किसी को ज़रूरत होती है तो क्या हम उनके साथ होते है। बुराई के ख़िलाफ़ खड़े होने के लिए भी हमें motivation chahye होता है। जब तक कोई बुरा ना करे। जब तक कोई समाज के खिलाफ इंसानियत के ख़िलाफ़ ना जाए हम इंसानियत नहीं दिखाते हैं। क्यूं हैं हम ऐसे । क्यूं हम बिना कुछ बुरा हुए बुराई के खिलाफ खड़े नहीं हो सकते । ये शिकायत मुझे सब से है। खुद से भी । #NojotoQuote #Nojoto#susana