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एक सेठजी ने एक तोता पाल रखा था! सेठजी के यहाँ जो क

एक सेठजी ने एक तोता पाल रखा था!
सेठजी के यहाँ जो कोई आता... सब उस तोता से
खूब बात करता था... सेठजी के यहाँ रोज एक
मजदूर आता था... जैसे ही वह आता, तोता,
जोर-जोर से बोलने लगता... "मजदूर आ गया... 
मजदूर आ गया...!"
मजदूर खुश होकर, रोज कुछ न कुछ उसे खाने
को देता था! 
एक दिन मजदूर देरी से आया... तोता उसे देखते
ही जोर-जोर से बोलने लगा... "मजदूर एक घंटा देरी
से आया है... मजदूर एक घंटा देरी से आया है...!"
यह सुनते ही मजदूर उसके पास गया और उसे
एक अमरूद देते हुए बोला, "चुप हो जा,
सेठजी सुन लेंगे!"
कल फिर मजदूर देरी से आया, देखते ही तोता
जोर-जोर से बोलने लगा, "मजदूर एक घंटा
देरी से आया है...!" इस बार सेठजी ने सुन लिया...
उन्होंने मजदूर को हिदायत दी कि अगर देरी ही
आओगे तो कल से नहीं आना..."
मजदूर गुस्से में तोता की ओर देखकर बोला,
"तुम्हारे लिए आज ताजा लाल मिर्ची लाया था,
लेकिन अब नहीं दूंगा" और काम करने लगा...
तोता ने भी कहा, "जा, मुझे भी नहीं चाहिए...
कामचोर कहीं का!"
तोता रोज मजदूर को देखकर "कामचोर"
कहने लगा! एक दिन सेठजी ने कामचोर कहते
 हुए खुद सुन लिया! तोता की जमकर पिटाई
कर दी और हिदायत दी कि अगर, फिर ऐसा
बोला तो कल से दाना-पानी बंद कर देंगे!
एक सप्ताह बीत गया... मजदूर को देखकर,
तोता कुछ न बोलता! एक दिन मजदूर को पेड़
 की छाँव में बैठा देख तोता, जोर-जोर से
हँसने लगा! तोता को हँसता देख मजदूर बोला,
 " बिना मतलब के क्यों हँस रहा है, क्या हुआ...!"
तोता बोला, "समझ तो गया ही होगा...
"और फिर जोर-जोर से हँसने लगा!
🤣🤣🤣🤣🤣

©Alok Ranjan
  #तोता #सेठजी