#Motivation मैं इत्तिफ़ाक़ का मित्र नही, अपने जोश का जहीर हूँ। मैं हार की कोई चीख़ नही, अपने टपकते पसीने का आवाज़ हूँ। मैं किसी किनारे का ताज नही, अपने उठते कदमो का उड़ान हूँ। मैं अंधकार जैसा अंदाज़ नही। अपने आफ़ताब का, आगाज़ हूँ। ********************** कुमार अमित मनु #जोश