हवा को मरोड़कर जमीन को खगोलकर समुंद्र का विनाश कर सृष्टि पे उपहास कर सदियों से पाले वहम मैं ही हु सबसे अहम् तिनके जितना प्राणभर वार कर रहा ब्रहृमांड पर नजर उठा के पार देख आंख निकाल कर अपार देख मौका एक देता हु बदल सके खुद को बदल समझ ना ये अभिशाप है कोई विपदा नहीं अविनाश है कुछ विनाश से प्रारंभ है कुछ प्रारंभ का विनाश है #paybacktime #changeyourself #lastchance #fightagainstcorona #lovenature