अपनी ही उलझनों में उलझा हूं, तुम्हारी उलझन सुलझाऊ कैसे? अब तुम ही बताओ 'सांझ', जीवन का गीत गुनगुनाऊ कैसे? #सांझ_शैलेश #उलझनों #BoneFire