तुम थीं जब... उफ्फ़! , वो भी क्या मंज़र था , हाथों में हाथ लिए जब गुलों के इर्द-गिर्द टहला करते थे हम... लेकिन क्या मैं तेरी वो ज़फायें भूल जाऊँ.. तुझसे मिला वो दर्द , वो सितम जो तूने बेवजह किये.... क्या कहूँ सितारे जब गर्दिश में हों तो दूसरे की शिकायत नहीं करते... तो चलो फिर इस्तकबाल करते हैं चलो समझौता कर लेते हैं... ना तुम मुझे दीवाना करो ना मैं तेरी वफ़ा के नग़मे मयख़ाने में गाऊँ । हम्म..,.. चलो समझौता कर लेते हैं..,. #suyogyasinghaviadeez #aviadeez #nojotohindi