बगैर इजाजत.. तुम्हारे लिये कुछ... तुम पर ही लिखा हैं. मतलब समझाऊ मे लाख बार पर मेरा केहना सब फिका हैं. कुछ पक्का कुछ कच्चा लिखा हैं... तुम कागज ही समझो गी... उसपर गिरी स्याही ही समझोगी. स्याही नही वह एहसास हैं.... मेरे लिये कुछ खास है.... कागज कागज कर एक जोडू तो ढेर बडा हो जायेगा.... ढेर नाही वो निंद, चैन, बरबाद जावानी हैं... और तुम केहती हो... यह रद्दी पुरानी हैं. ©viju patil #Drown #hindi #hindikavita#sher#gazal#kavit#charshabd#vrushali#swarali