गगन का ताप ,मंद पड़ गया, देखकर मेरे हौंसले दंग रह गया.. बहुत चमका आज सूरज दिन भर आखिरकार रात में छुप गया.. टहलते रहे बादल सारा दिन आकाश में पर ठहरकर बरस न पाये.. मनमौजी हवाओ ने भी कहर खूब ढाया, रूकी जो हवा तो ये भी न रह पाया... #alone #new #india #nojoto #hindi #trand #foru #newstyle #diffrentpoetry #Poetry