सुप्रभात दीप आशा का जलाए, होठों पर मुस्कान भोर की सी लालिमा मुख पर मधुरिम गान ओस की सी बूँद है क्षण भर जीवन अवधि छोटे से इस जीवन में है उसकी पहचान। #सुनीता बिश्नोलिया