एक सन्नाटा है शोर का कई आवाज़ दबाई जा रही है अपनों से अपनों की बात छिपाई जा रही है मरे हुए मै और आप है फिर क्यू लाश की पहचान ज़ात बताई जा रही है तेरी ना ये ज़मीन है ना कोई मज़हब तेरा ना तू मुस्लिम ना हिन्दू यहाँ तो पैसो मे सबकी ज़ात गिनाई जा रही है#HumaraDesh🤔 #JANIB #HUMARA#DESH #RIP #HumseKyaMatlub