हर क़लमकार शहंशाह होता है अपनी क़लम का, समझौता शब्दों का हर जगह ठीक नहीं अफ़सोस! देश के माहौल से डर कर कहता हर शख़्स बात सच्ची और सटीक नहीं। Challenge-94 #collabwithकोराकाग़ज़ 30 शब्दों में अपनी रचना लिखिए और आपकी रचना नोटपैड से बाहर नहीं जानी चाहिए :) #समझौताशब्दोंका #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba YourQuote Didi YourQuote Baba Aरिफ़ Aल्व़ी #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️