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स्वप्निल रात मुस्काई दिन भी बहुत खुश हुआ










स्वप्निल रात मुस्काई 
दिन भी बहुत खुश हुआ 
झिलमिल तारों को झिलमिलाता 
किरणों को भी प्रकाशित सुख हुआ 
खेतों में नाची फसल झूम-झूम 
 धरा पे  कुछ अदभुत हुआ 
इश्क़ जब हुआ हम दोनों को 
तो ख़ुदा भी इश्क़ खुद हुआ ...!!!

©Vivek
  #स्वप्निल रात