खुशियोंसे भरी दुनिया थी मेरी सपनोंसे से भरी ज़िन्दगी मा की आंखोका तारा थी और पापा की क्यूटसी परी सपने थे बोहोत सारे इन आंखोमे कुछ करना चाहती थी आशाओके पंख लेकर आसमान मे ऊडना चाहती थी कुछ दोस्तों के साथ मस्ती भरा संसार था और एक आम लडकी की तरह सपनो के राजकुमार का इंतज़ार था ना पुरी हुई मेरी ख्वाहिशे ना पुरी हुई मेरी चाहत अचानक से उजड गया सब कूछ ना हुई कोई आहट कुचल डाला उन दरिंदो ने मेरी इज्ज़त को मेरे गुरुर को अपने पैरो तले जला दिया मूझे ज़िन्दा करदी मेरे जिस्म की राख ताकी कोई सबुत ना मिले अफ़सोस नही है इस बात का की मे आज ज़िन्दा नही हू अफ़सोस तो है उस वजह का जिससे मे आज ज़िन्दा नही हू गम नही होगा मुझे न्याय मिले या ना मिले बस एकही गुज़ारिश है फिर कोई बेटी इस आग मे ना जले #feelingsofrapevictim