नफ़रत नफरतो का एक हक मुझे अदा कर मेरे मालिक। जो मैं दिखा ना सकी , मैं कहै ना सकी मेरी खामोशी उसकी ताकत बनी।।। उतार दे उसका एहसान।। जो कर सकूं बगावत उसे,बहौत खामोशी से आपने अन्दर ही बिखर के फिर समेटती हु।। बता सकू अपनी नफरत उसे,तोड़ सकू गुरूर उसका उसका एहसान उतार दे मालिक नफरतो का एक हक मुझे अदा कर दे मेरे मलिक।।। #नफ़रत #nojoto