Nojoto: Largest Storytelling Platform

अबकी जो मिलने आना तो जरा फुरसत लेकर आना पास बैठना

अबकी जो मिलने आना
तो जरा फुरसत लेकर आना
पास बैठना हमारे
तुम्हें है दिल का हाल बताना

जो नहीं थे तुम
तो कैसा गुजरा ये जमाना
अपना ही शहर लगता था बेगाना

जो नहीं थे तुम
तो दोस्त अक्सर कहते थे 
इतने बातूनी हो तुम
अब चुप से क्यों रहते हो 

जो नहीं थे तुम
तो उदासियां सिसकती थीं 
ये अखियां बस राह तुम्हारा तकती थीं 

तुमसे बेबसी का आलम है जताना
अबकी जो मिलने आना
तो जरा फुरसत लेकर आना

©Garima Srivastava #waiting#hindipoetry#shayari#insta#jazbaat_by_garima
अबकी जो मिलने आना
तो जरा फुरसत लेकर आना
पास बैठना हमारे
तुम्हें है दिल का हाल बताना

जो नहीं थे तुम
तो कैसा गुजरा ये जमाना
अपना ही शहर लगता था बेगाना

जो नहीं थे तुम
तो दोस्त अक्सर कहते थे 
इतने बातूनी हो तुम
अब चुप से क्यों रहते हो 

जो नहीं थे तुम
तो उदासियां सिसकती थीं 
ये अखियां बस राह तुम्हारा तकती थीं 

तुमसे बेबसी का आलम है जताना
अबकी जो मिलने आना
तो जरा फुरसत लेकर आना

©Garima Srivastava #waiting#hindipoetry#shayari#insta#jazbaat_by_garima