एक ख्वाहिश थी मेरी जो ना कह सकी वो हर बात मैंने पन्नो पर उतारी थी मेरी डायरी एक अनकहे रिश्ते की अलमारी थी तुम्हे सामने बिठा कर कुछ नज्में और गजले पढ़नी थी मुझे मेरे जज्बात तुम्हारे दिल तक कैसे पहुँचते है तुम्हे सामने बिठा तुम्हारी आँखों से पढ़ना था ये मुझे एक ख्वाहिश थी मेरी जो ना कह सकी वो हर बात तुमसे कहनी थी मुझे । "Words From Heart " @Payal Yadav ek khuwahish thi meri#Khyaal #khuahish#nojoto#nojotohindi#nojotopoetry#quotes#thoughts#shayari#love#wordsfromheart