तभी तो जीने का मज़ा है थोड़ा सा डर, आश्चर्य, उत्सुकता न हो तो जिन्दगी इक सपाट लकीर बन जायेगी और सीधी लकीर तो सांसे रुक जाने की निशानी है, थोडी दिल की धड़कन, आंखों में पानी, थोडी डरी सी मुस्कान न हो तो जीने का मज़ा ही क्या। सुप्रभात। ज़िन्दगी रोमांच है, जो इसे दिल से खेलते हैं वही इसका मज़ा लेते हैं। #रोमांच #collab साभार YourQuote Baba #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi