जब नज़र झुके, हसीन रात फ़िर आती है संग दिलबर का वो हसीन पैगाम लाती है मासूम अदाओं से, "दीवाना" बना जाती है शब्दों को संगीत का "तराना" बना जाती है इन्ही अदाओं से घायल बेचारा दिल होता है हर लफ्ज़ पर मेरे बस "तेरा" नाम होता है ♥️ Challenge-617 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।