गलतफ़हमी है गर कोई, हो ज़रा साफ वो, ये गुनाह तो नहीं ना, जो ढूँढते हैं आपको हर्फ मेरे हो या गैर के हैं तुम्हारे ही लिए, किस से कहे क्या फर्क है, बेखबर हैं आप तो कुछ असर दिखता नहीं हर तर्ज़ से हार गए, अब नाम दो कुछ भी, मुझ फ़ितरत-ए-खाक़ को चलो समझ लेते हैं एक दूसरे को घर अपना, मयस्सर ये भी नहीं क्या... मुझे ख़ैरात को ये गुनाह तो नहीं ना, जो ढूँढते हैं आपको (Tigress ) ©Swatlqalb ye gunah to nhi... #swatalqalb #TG #Tigress #gunah #shayaribyme #Like