हटा दो सप्ताह से इतवार का नाम अब, अच्छा नही लगता मुझे विश्राम अब,, सच है... इस विश्व धरातल पर पानी की एक बूंद ही हूँ, लेकिन यह भी सच है कि- बूंद के वाष्पन से ही व्योम में मेघ घिरते है, श्री कृष्ण: शरणम मम: हरे कृष्ण