खुशियों का पैगाम लिए पग, अपना रखती बारिश, सावन में पाजेब पहनकर, रिमझिम करती बारिश। छप-छप करती मछली जल में, भरी गोद नदियों की, घनन घनन घन घेर घटा घनघोर बरसती बारिश।। #Nojoto_Hindi #My_Poetry #Barish