कभी तो हमें तुम ज़हर लगते हो, कभी तो हमें तुम कहर लगते हो.......... जब-जब पढ़ते हैं हम कोई ग़ज़ल, कसम से हमें तुम बहर लगते हो.......... झुकाते हैं हम सर इबादत के लिए, हमें तुम खुदा की महर लगते हो........... कभी लगता है ये शहर तुम सा हमें, और कभी तुम ही शहर लगते हो........... ©Poet Maddy कभी तो हमें तुम ज़हर लगते हो, कभी तो हमें तुम कहर लगते हो......... #Seems#Poison#Havoc#Read#Ghazal#Swear#Beher#BowHead#Prayer#City.......