अनन्त से अनन्त की अनुभूति हृदय माही होती है, जब भी जवान की शहादत में कलम मेरी चलती है, ख़ुद ब खुद ही अक्षरोंयोक्ति भावों में हो बहती है, मेरे वीर जवानों की वाणी में यह कुछ कहती है, हृदय गदगद हो जाता एवरेस्ट पर तिरंगा लहराता है, मेरा हिंद भारत सर्वेश्वर हो यही तो महान कहलाता है, दी जी आहुति प्राणों की उनकी जवानी याद आती है, सरफरोशी की तमन्ना भर दिल मे वो सूली चढ़ जाती है। #12 जवानों की शहादत बीजापुर में नक्सलियों से मुठभेड़ में 22 जवानों की शहादत पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि। भारत माता की जय विषय का रचना में होना अनिवार्य नहीं है। पंक्ति सीमा : 6-10 पंक्तियॉं