चल चलें प्रभा से दूर कहीं घोर तिमिर की ओर हृदय! अब ये जमघट वाला अंचल हमें तनिक भी रास नहीं आता... -रेखा "मंजुलाहृदय" ©Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" नोट:- शब्दार्थ #प्रभा = उजाला #तिमिर = अँधेरा #जमघट = भीड़ #अंचल = इलाका #standAlone #मंजुलाहृदय #2liner #motivation #Rekhasharma #feb 18th, 2021 @01:51 am