मेरे सारे अपने छूट गए है मेरी एक मजबूरी से कोई तो हो जो मेरी कमजोरी उनको बतला दे मेरी भी कुछ मजबूरी थी कोई उनको समझा दे थक गया हूं हार गया हूं अपने ही कुछ अपनों से कोई तो उनको समझा दे मेरी भी कुछ मजबूरी है तुमने अपने दिल की बात मुझको कभी ना बतलाई किस तरह मै समझू तुझको कोई तो मुझको समझा दो हर बार एक नया झूठ तुम मुझसे बोला करती हो ये झूठ बोलने की वाजे क्या है तुम्हारी कोई तो मुझको बतला दो मै ने अपना सब कुछ छोड़आ तुम्हारे खातिर अब क्या ये दुनिया छोड़उं दू कोई तो उनको समझा दो आज भी आे राहें सुनी पड़ी है तुम्हारे इंतजार में केसे गुजरें उस रास्ते से मै अकेला कोई तो उनको समझा दो #NojotoQuote तुम हो ना हो मुझको फर्क नहीं पड़ता मेरे सारे अपने छूट गए है मेरी एक मजबूरी से कोई तो हो जो मेरी कमजोरी उनको बतला दे मेरी भी कुछ मजबूरी थी कोई उनको समझा दे थक गया हूं हार गया हूं अपने ही कुछ अपनों से कोई तो उनको समझा दे मेरी भी कुछ मजबूरी है तुमने अपने दिल की बात मुझको