जहां मिल सके सुकून जहां सुरक्षित रहती हो लाज जहां खुशियां मिले आपार जहां ना होता हो नफ़रत का व्यापार जहां ना बिलखता हो भूख से कोई जहां सर्द रातों में सड़क किनारे ना ठिठुरता हो कोई जहां तन से ना झांकती हो ग़रीबी जहां गरीब की बीबी ना कहलाये जग की लुगाई जहां ना लुटती पिटती हो अबला जहां ना गिरवी रखना पड़ता हो आत्मसम्मान जहां जी सके सभी स स्वाभिमान जहां झूठ फरेब धोखेबाजी के इतर भी जीता हो इन्सान जहां निगाहों में दिखे इज्जत प्यार मोहब्बत.. उस जहां का राह ढूँढता हूं... नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳