बुराई का नाश हुआ है,अन्यायी को दंड मिला है छल, कपट जब-जब बढ़ा तब ईश्वर ने अवतार लिया है अच्छाई एवं सच्चाई को जिसने भी कुचला है उसको सबक बारंबार मिला है इतिहास गवाह है,क्षींण भूमि में भी गृह निर्माण हुआ है धर्म की जीत और अधर्मी का संघ़ार हुआ है इतिहास गवाह है, युद्ध के विगुल जब-जब बजे हैं जीत किसी की भी हो परंतु दोनों पक्षों की क्षति हुई है। 🎀 Challenge-259 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। 8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए।