मैं नारी हूँ डर तो हर युग में एक ही रहा है नूरा, जो प्रत्यक्ष था उसका अप्रत्यक्ष के रूप में भी प्रमाण दिया मैंने, त्रेता हो या द्वापर युग हो हर अपमान सहा मैंने, नारी ही क्यों अपमान सहे हर युग में क्यों! अपवाद सहे,, चाहे सतयुग हो त्रेतायुग हो या द्वापरयुग हो कलयुग सा कलंक सहा मैंने क्यों नारी जन्म लिया मैंने।©अरुणाkp® जय श्री राम #horror #Hindi #नोजोटो #मैं_नारी_हूँ RAVINANDAN Tiwari राघव रमण (R.J.)