है यहाँ क़ातिल का डर, हर राह पर, हर मोड़ पर इसलिए हम मोड़ पर बैठे हैं सब कुछ छोड़ कर।। ~ख़ाक अनुराग ख़त्म होता जाता है धीरे धीरे हर चीज़ से।। #शेर_ए_ख़ाक #ख़ाकसार #शेर #क़ातिल #lifequotes #shayari