भारत कृषि प्रधान देश था ! अब देश कॉर्पोरेट्स प्रधान है !! गांव अनाज देकर शहरों का पेट भरते हैं ! शहर वाले गांव वालों को भूखा रखने का काम करते हैं !! एक तो उन्हें उपज का सही दाम तक नहीं देते ! दूसरे छोटे-छोटे कर्ज़ पर भी सब ज़ब्त कर लेते !! शहरों के कॉर्पोरेट्स हज़ारों करोड़ कर्ज़ डुबाते ! घुमा फिराकर उन्हें नये कर्ज़ दे दिये जाते !! खेतों में किसान पसीना बहाते ! सरहदों पर उनके बेटे खून चढ़ाते !! कॉर्पोरेट्स देश का आर्थिक खून पी जाते ! मजदूर के फायदे के कानूनों को रद्द कराते !! है राम... #villager #agriculture #aaveshvaani #corporate