दो नदियों का समानान्तर निरन्तर बहाव हो जैसे हम साथ तो चलते हैं हम साथ तो रहते हैं हम हरदम बहते हैं पर हदें बरकरार हैं ना वो मेरे बहाव को काटती है ना हम उनके बहाव को बस इंतज़ार उस पड़ाव का है जहां हर प्रयास असंभव हो एक मे समा जाने से रुकने का.. तेज़ बहेंगे मिलकर जब मेल हो फिर अनन्त सागर में ही अंत खेल हो.. मेरा उसका साथ है ऐसे जैसे... #मेराउसकासाथ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #रूप_की_गलियाँ #rs_rupendra05 #निःस्वार्थ_प्रेम #समंदर