आज कुछ नया शुरू किया दुनियाँ को बदलने का एक कदम मैंने भी उठाया शुरू किया खुद से ही राह में चलते चलते देखा हज़ारों बेगानों को एक गरीब था भूखा सा,ठुकरा गए सब उनको थे उनकी इज़्ज़त का रखा ख्याल मैंने अपने ही घर में उनको एक काम दिया विश्वास उनका एक सम्मान मिला आज उनको भूख से लड़ना ना पड़ता निभाओ तुम सब भी ये कर एक को नई जिंदगी दो खुद को बदलो इरादें नेक करो दुनियाँ खुद बदल जाएगी ©Bhanu #Feminism