मकड़ी जैसा हो लक्ष्य तुम्हारा, बस जाल ही तुम्हे बुनना है, हो राहों में चाहे जितने व्यवधान, हर हाल में तुमको चलना है। कोशिश करना कभी ना छोड़ो, कोशिश ही लक्ष्य भेद कराता है, उलझ जाओ चाहे जितने तुम, पर सुलझ कर तुमको रहना है। यही सार, है यही नियम, हर हाल में तुमको पालन करना है।। #challengeno50 #the_speed_of_motivation #collabwithtsom 👉 अक्टूबर की चौथी स्पेशल प्रतियोगिता ! 👉पाँच पंक्तियों के साथ collab करें ! 👉कॉमेंट बॉक्स में 55555 लिखें !