तुम मुझसे झल्लाती बहोत हो कभी-कभार शरमाती बहोत हो। हर वक़्त तुम्हारी नोंक-झोंक मुझसे तुम झगड़ती बहोत हो। शकल से तुम जरा़ सांवली कहूँ तो गरजती बहोत हो। रिलेशनशिप का जब जिक्र करूँ तुम मुझे भरमाती बहोत हो। हार कर मैं कभी उदास बैठूँ उस वक़्त समझाती बहोत हो। हर वक़्त मेरी बेज्जती करके तुम मुझे रुलाती बहोत हो। गलती से साथ चलने लगूँ मोटी तुम घुमाती बहोत हो। --------अभिषेक तन्हा #काव्याग्नि #अभिषेक_तन्हा #abhishektanha #abhishektiwaritanha #nojoto #like