खुदा ख़ुद के कैद से अब उसे रिहा भी कर सकार तुझको अर्ज सारे बहाल वो रुक्सत नज़ारे अर्जियां करते सितारें आरजू की पोटली में बात तेरी रखते सारे अब उसे रिहा भी कर खुदा ख़ुद के कैद से #अर्ज़ियाँ