तुमको अभी समय लगेगा इश्क़ के कागज पढने में हमसे पूछो कैसा लगता होगा थोड़ा थोड़ा मरने में अपनी जुबां में कैसे कह दें अपनी ही तन्हाई को थोड़ा और समय गुजारो मेरी गज़लें पढ़ने में डॉ कुमार मौर्य #IITRURKEE