शिकस्ता कश्ती को पार लेकर फकत हमारा हुनर गया है नये खेवइये कहीं न समझें नदी का पानी उतर गया है Written By Dr. Uday Pratap Singh Ji Ex. M.P. (R.S.) #UdayPratapSingh_Poetry #Shushobhit_Poetry