ये दिल भी कमाल करता है, न जाने कैसे कैसे सवाल करता है.. क्यूं डरता है उसे खोने से, इश्क़ सा हो गया है रोने से.. कैसे सोच लिया वो तेरा है, सारा कसूर बस तेरा है.. खो गया जो वो कहां अपना था, वो तो बस खुली आंखों का इक सपना था.. और सपना कहां पूरा होता है, बस यही सोच कर दिल रोता है... ©mangla shiv Thinking_mode #mangla_shiva #mangla_shiv #Thinking