मतला और दो शेर :- उम्र गुज़रेगी अब तीरगी में काफ़ी बेचैनी है रौशनी में इश्क़ ख़ातिर कमाना पड़ेगा क्या रखा है यहाँ शायरी में दोस्त तक याद नइँ करते अब तो कौन ही साथ दे मुफ़्लिसी में ©Aryan Raj एक ग़ज़ल के चंद अश'आर जुड़ें और जोड़ें #raahinaama #27 #raahi #Shayari #ghazal #post