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*📚 *“सुविचार"*🖋️ 📘*“12/11/2021”*📝 ✨*“शुक्रवार

*📚 *“सुविचार"*🖋️ 
📘*“12/11/2021”*📝
✨*“शुक्रवार”*🌟

यदि इस “संसार” में आप ही रहें,
तो आपके लिए इस “संसार का महत्व” शून्य है, 
आप नहीं तो ये “संसार” भी आपके लिए नहीं है,
अब “लोग” कहेंगे बात तो सही है,उसके अनुसार तो मुझे “स्वार्थी” होना चाहिए,“अहंकारी” होना चाहिए,
क्योंकि मेरे लिए तो केवल “मैं” ही सबकुछ हूं,
“विचारधारा” बदल चुकी है आपके लिए “सबसे महत्वपूर्ण” “व्यक्ति” कौन होना चाहिए,
आप स्वयं...
वो “व्यक्ति” कैसा होना चाहिए...“स्वच्छ” दिखे,
“सदैव” किसी की “सहायता” करें,साथ मिलकर परिश्रम करें, “साथ” दिजिए “दूसरों का” यदि आवश्यक है तो,
यदि उससे भी यदि “आवश्यक” है कि आपके “मन” में कभी इस “बात का भय” न रहें कि मैं अपने “प्रियजनों” को 
या अपने “सहयोगियों” को खो दूंगा,
ये “भय” कभी “मन” में नहीं रहना चाहिए,
यदि “भय” रहे तो केवल इस बात का कि जो भी “लोग” एवं “संबंधी” मुझसे “दूर” होते जा रहे है,उन्हें “रोकते रोकते” कहीं मैं अपने आपको न “खो” दूं,अपने “अस्तित्व” को न खो दूं,अपने “व्यक्तित्त्व” को,अपने “विचारों” को न खो दूं,
तो इस “विचार” को “त्याग” दिजिए,
ये “मन प्रसन्न” रहेगा और “तनावमुक्त” भी रहेगा,
*“अतुल शर्मा”🖋️📝*

©Atul Sharma *📚 *“सुविचार"*🖋️ 
📘 *“12/11/2021”*📝
✨ *“शुक्रवार”*🌟

*#“संसार”*

*#“संसार का महत्व”*
*📚 *“सुविचार"*🖋️ 
📘*“12/11/2021”*📝
✨*“शुक्रवार”*🌟

यदि इस “संसार” में आप ही रहें,
तो आपके लिए इस “संसार का महत्व” शून्य है, 
आप नहीं तो ये “संसार” भी आपके लिए नहीं है,
अब “लोग” कहेंगे बात तो सही है,उसके अनुसार तो मुझे “स्वार्थी” होना चाहिए,“अहंकारी” होना चाहिए,
क्योंकि मेरे लिए तो केवल “मैं” ही सबकुछ हूं,
“विचारधारा” बदल चुकी है आपके लिए “सबसे महत्वपूर्ण” “व्यक्ति” कौन होना चाहिए,
आप स्वयं...
वो “व्यक्ति” कैसा होना चाहिए...“स्वच्छ” दिखे,
“सदैव” किसी की “सहायता” करें,साथ मिलकर परिश्रम करें, “साथ” दिजिए “दूसरों का” यदि आवश्यक है तो,
यदि उससे भी यदि “आवश्यक” है कि आपके “मन” में कभी इस “बात का भय” न रहें कि मैं अपने “प्रियजनों” को 
या अपने “सहयोगियों” को खो दूंगा,
ये “भय” कभी “मन” में नहीं रहना चाहिए,
यदि “भय” रहे तो केवल इस बात का कि जो भी “लोग” एवं “संबंधी” मुझसे “दूर” होते जा रहे है,उन्हें “रोकते रोकते” कहीं मैं अपने आपको न “खो” दूं,अपने “अस्तित्व” को न खो दूं,अपने “व्यक्तित्त्व” को,अपने “विचारों” को न खो दूं,
तो इस “विचार” को “त्याग” दिजिए,
ये “मन प्रसन्न” रहेगा और “तनावमुक्त” भी रहेगा,
*“अतुल शर्मा”🖋️📝*

©Atul Sharma *📚 *“सुविचार"*🖋️ 
📘 *“12/11/2021”*📝
✨ *“शुक्रवार”*🌟

*#“संसार”*

*#“संसार का महत्व”*
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Atul Sharma

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