किसी दरख़्त से एक मजबूत साख़ टूटी है,, दर्द होना तो लाज़मी है,,।। हां के तुम सुकून की नींद सो जो गए,, ख़ामोश सहर में शोर होना तो लाज़मी है,,,।। ना वक़्त पीछे मुड़ा, ना तुमने पूछा रुखसती से पहले,,, तेरा हमे बेवजह यूं छोड़ जाना,, तुम्हीं सोचो, के हमारे आंखो में ये आंसू , क्यों लाज़मी है,,,?? चलो तुम्हें तुम्हारी रूखसती मुबारक,, पर ,हमारा तुम्हारी ,, पुरानी यादों संग तड़पना तो लाज़मी है।। #RIP #Irrfan_Khan #Undefined_Rainbow #Dedicated_Thought #creator_of_new_era_of_Art #Alok_P_Gaurav #RIP #Irrfan_Khan #Undefined_Rainbow #Dedicated_Thought #creator_of_new_era_of_Art #Alok_P_Gaurav