Nojoto: Largest Storytelling Platform

जब तलक जान है ऐ मेरे वतन सिर्फ तेरे आगे सर झुकाएँग

जब तलक जान है ऐ मेरे वतन
सिर्फ तेरे आगे सर झुकाएँगे हम। 
जन्नत न हमे मिले, न मिले चाहे कफन
तेरे इश्क़ मे सौ मर्तबा मिटना चाहेंगे हम।।

धर्म नहीं, देश ही पहचान हैं अपनी
जहाँ जाएंगे इसी से पहचाने जाएंगे हम। 
शहीदों के रक्त से सुगंधित है ये
इसकी हवाओं मे, उनकी महक को ही पाएंगे हम।। 

माना थोड़े अलग है, थोड़े जुदा है हम। 
पर एक दिन इसकी ख़ातिर एक हो जाएंगे हम। 
जब तलक जान है ऐ मेरे वतन
सिर्फ तेरे आगे सर झुकाएँगे हम।।

माना भारत की जनता आपस मे लड़ती है 
चार बर्तन जब हो एक जगह आवाज तो करती ही हैं।। #DeshBhakti  #dedicated to my favorite song #aye_waton from #saheed movie sung by legendary #Rafi_sahab
जब तलक जान है ऐ मेरे वतन
सिर्फ तेरे आगे सर झुकाएँगे हम। 
जन्नत न हमे मिले, न मिले चाहे कफन
तेरे इश्क़ मे सौ मर्तबा मिटना चाहेंगे हम।।

धर्म नहीं, देश ही पहचान हैं अपनी
जहाँ जाएंगे इसी से पहचाने जाएंगे हम। 
शहीदों के रक्त से सुगंधित है ये
इसकी हवाओं मे, उनकी महक को ही पाएंगे हम।। 

माना थोड़े अलग है, थोड़े जुदा है हम। 
पर एक दिन इसकी ख़ातिर एक हो जाएंगे हम। 
जब तलक जान है ऐ मेरे वतन
सिर्फ तेरे आगे सर झुकाएँगे हम।।

माना भारत की जनता आपस मे लड़ती है 
चार बर्तन जब हो एक जगह आवाज तो करती ही हैं।। #DeshBhakti  #dedicated to my favorite song #aye_waton from #saheed movie sung by legendary #Rafi_sahab