मेरी मंजिल करीब हो या ना हो भटकना क्या जरूरी है? कि मेरी मंजिल करीब हो या ना हो भटकना क्या जरूरी है? ये मुशायरा हैं मिलेंगे हम कभी तुमसे कभी उनसे, किसी के काज़ आंखों में खटकना क्या ज़रुरी है? ©Anubhav Mishra #Nature #livetogether Mahendra Dwivedi Vijjuu💕 Rudra varshney ⚕️ Altab Alam Qureshi Rajeev Ranjan