बाढ़ और सूखे की लड़ाई में मृत्यु हमेशा इंसानों की होती है। (In caption) हर रोज परिवर्तित होती इस दुनिया से सामजंस्य बिठाने में असफल रहते हुए मैं हमेशा मंदबुद्धि की श्रेणी में रहा। जब दुनिया के सभी ज्ञानी ख़ुद को श्रेष्ठ बनाने की प्रक्रिया में व्यस्त थे तब मैंने पिछले दरवाजे से निकल कर ख़ुद को बचा लिया। जब सभी ख़रगोश