क्या याद है तुमको वो पल जब तुम मेरे हाथ को सिरहाना बनाकर अपने बालों को पलंग पर बिखराकर उम्र भर साथ रहने का वादा किया करती थी मेरे माथे को चूम कर मेरे बालो को सहलाकर मुझे ही अपनी सारी जिंदगी मान लिया करती थी मेरी आँखों मे आंखे डालकर मेरे मन की हर बात को जान लिया करती थी मेरी बाइक पर पीछे बैठकर दुनिया की परवाह किये बिना मुझे अपनी बाहों का हार पहना दिया करती थी और फिर तुम यूँ गैरो की तरह मेरे हाथ के सिरहाने में किये वादों को भुलाकर, मेरी आँखों के आँशुओ को पानी बताकर रुकसत हो गयी याद है तुम्हे तुम मुझे अपना कहा करती थी। ©dastan 7879 ❣️ #Trending #viral #nojohindi #dastan_7879