पितामह के जैसे महापुरुष थे वो युधिष्ठिर के जैसे सत्यवादी जिसने पुरा जीवन स्वाभिमान से जीया जिसका लोहा पुरे विश्व ने माना जिसने श्वेत क्रांति से पवित्रता, शुद्धता, विद्या और शांति का पाठ पढ़ाया जिसने पुरे भारत वर्ष को एक सूत्र में बांधा भारत माँ का वो राज दुलाला जिसने दिया जय जवान जय किसान का नारा जो बना दुखियों का केवट प्यारा शास्त्री जी के अमर गाथा को ना व्यर्थ जाने देंगे हम पुरे देश में उनके आर्दशों को बतलाऐंगे हम ©Writer Abhishek Anand 96 लाल बहादुर शास्त्री जी