स्त्री (कविता अनुशीर्षक में) #स्त्री एक मासूम सी चिड़िया ही तो है स्त्री जहाँ स्नेह दिखा पहुँच जाती है चुगने उसे नहीं देख पाती कई बार व्याधाओ के अदृश्य जाल को भरम जाती हैं